जय जिनेन्द्र! जैन धर्म में सभी पर्वों का राजा होता है। पर्वाधिराज पर्युषण
पर्व! इस पर्व मे सतत धर्म की साधना करने के बाद पर्युषण पर्व का अंतिम
दिन क्षमायाचना का होता हैं। वर्ष भर में हमने जितनी भी गलतियां की हो,
जितना भी पाप किया हो, उसे याद करके उसका लेखा-जोखा करना चाहिए और समस्त
जीवों को तहे दिल से क्षमायाचना करनी चाहिए और क्षमा देनी चाहिए। जैन धर्म
में क्षमा का बहुत महत्व है। आप सभी के साथ क्षमा पर बनी हुई कुछ शेरो
शायरियां शेयर करती हूँ।
1) भला हुआ हो चाहे बुरा उसे भुला दीजिए
भीतर के जीवन पुष्प को खिला लीजिए
प्यार से पडी हो चाहे खार से पड़ी हो
जो गाठें पड़ी हो उसे खोल लीजिए ।
अवश्य पढ़े :- पर्युषण पर्व पर स्पीच / निबंध
2) महक उठेगी दुनिया सारी
यदि क्षमा के फूल खिला लो
वैर-विरोध मन के मिटाकर
भीतर स्नेह के दीप जला लो ।
3) उलझे हुए सितारों को सुलझाने आया है क्षमापर्व
रिश्ते को और भी नया बनाने आया है क्षमापर्व
जख्मों के हर दर्द को, मिटाने आया है क्षमापर्व
गुलशन में मैत्री के बहार लेकर आया है क्षमापर्व।
अवश्य पढ़े :- जैन गुरु पर स्पीच
4) हमारी सभी गलतियों को तन मन से भुला देना
क्षमा के आप सागर हो क्षमा हमें भी कर देना।
5) भूखे को केवल अन्नदान चाहिए, प्यासे को चाहिए जलपान
और हमें तो चाहिए गत दिनों में हुई हमारी गलतियों पर आपकी मधुर मुस्कान।
6) क्षमा मांगने से मिलती है शांति अपार
क्षमा देने से भी खुल जाते मोक्ष रूपी द्वार।
अवश्य पढ़े :- जैन शार्ट स्टोरी
7) सभी के मन में बहता रहे क्षमा रूपी झरना
क्षमापना दिवस की हार्दिक शुभकामना।
8) क्षमा मांगने वाला बन जाता है विजेता
क्षमादान से ही जगमगाती अंतर रूपी आत्मा।
9) बरसा रही है सूरज की किरने क्षमा की ठंडाई
गा रहे हैं चांद सितारे क्षमा की महमाई
क्षमापना के शुभ पर्व पर खुशबू संध्या की आई
भारत माता के धरती का कण कण दे रहा है आज क्षमा की बधाई।
अवश्य पढ़े :- भगवान महावीर पर स्पीच
10) बड़े प्रेम से मिलजुल कर सीखें मैत्री मंत्र महान रे
औरों से ले क्षमा स्वयं औरों को करें प्रदान रे।
11) वीर का भूषण है क्षमा वह हमें भी दीजिए
मैल मन का दूर कर स्नेह दृष्टि दीजिए।
अवश्य पढ़े :- जैन नाटिका 'जीव की आत्मकथा '
दोस्तों! आशा है, क्षमा याचना / उत्तम क्षमा पर बनी हुई यह शेरो शायरियां आपको जरूर पसंद आई होगी। आप सभी से क्षमा याचना करें एवं स्वयं समस्त जीवों को माफ कर दूसरों से भी सरलता से क्षमा करें। जय जिनेंद्र!
अवश्य पढ़े :- उत्तम क्षमा पर कविता
क्षमापना / उत्तम क्षमा पर बनाई हिंदी शेरों शायरी
Hindi Shero Shayri on Kshamapana / Uttam Kshma
1) भला हुआ हो चाहे बुरा उसे भुला दीजिए
भीतर के जीवन पुष्प को खिला लीजिए
प्यार से पडी हो चाहे खार से पड़ी हो
जो गाठें पड़ी हो उसे खोल लीजिए ।
अवश्य पढ़े :- पर्युषण पर्व पर स्पीच / निबंध
2) महक उठेगी दुनिया सारी
यदि क्षमा के फूल खिला लो
वैर-विरोध मन के मिटाकर
भीतर स्नेह के दीप जला लो ।
3) उलझे हुए सितारों को सुलझाने आया है क्षमापर्व
रिश्ते को और भी नया बनाने आया है क्षमापर्व
जख्मों के हर दर्द को, मिटाने आया है क्षमापर्व
गुलशन में मैत्री के बहार लेकर आया है क्षमापर्व।
अवश्य पढ़े :- जैन गुरु पर स्पीच
4) हमारी सभी गलतियों को तन मन से भुला देना
क्षमा के आप सागर हो क्षमा हमें भी कर देना।
5) भूखे को केवल अन्नदान चाहिए, प्यासे को चाहिए जलपान
और हमें तो चाहिए गत दिनों में हुई हमारी गलतियों पर आपकी मधुर मुस्कान।
6) क्षमा मांगने से मिलती है शांति अपार
क्षमा देने से भी खुल जाते मोक्ष रूपी द्वार।
अवश्य पढ़े :- जैन शार्ट स्टोरी
7) सभी के मन में बहता रहे क्षमा रूपी झरना
क्षमापना दिवस की हार्दिक शुभकामना।
8) क्षमा मांगने वाला बन जाता है विजेता
क्षमादान से ही जगमगाती अंतर रूपी आत्मा।
9) बरसा रही है सूरज की किरने क्षमा की ठंडाई
गा रहे हैं चांद सितारे क्षमा की महमाई
क्षमापना के शुभ पर्व पर खुशबू संध्या की आई
भारत माता के धरती का कण कण दे रहा है आज क्षमा की बधाई।
अवश्य पढ़े :- भगवान महावीर पर स्पीच
10) बड़े प्रेम से मिलजुल कर सीखें मैत्री मंत्र महान रे
औरों से ले क्षमा स्वयं औरों को करें प्रदान रे।
11) वीर का भूषण है क्षमा वह हमें भी दीजिए
मैल मन का दूर कर स्नेह दृष्टि दीजिए।
अवश्य पढ़े :- जैन नाटिका 'जीव की आत्मकथा '
दोस्तों! आशा है, क्षमा याचना / उत्तम क्षमा पर बनी हुई यह शेरो शायरियां आपको जरूर पसंद आई होगी। आप सभी से क्षमा याचना करें एवं स्वयं समस्त जीवों को माफ कर दूसरों से भी सरलता से क्षमा करें। जय जिनेंद्र!
अवश्य पढ़े :- उत्तम क्षमा पर कविता
Bahoot acche shero shayari... aur likhe...
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