बेटी को बिदा करते वक्त बाबुल की क्यां भावनाएं होती है, वह इस कविता के माध्यम से बताने का प्रयास करती हूँ। बेटी घर की रौनक है। जिसके आने से हमारा घर स्वर्ग बन जाता है। अपनी तोतली तोतली बोली से वह सबका दिल जीत लेती है। बचपन से ही अपने माँ पापा का खयाल रखनेवाली बेटी कब बड़ी हो जाती है, पता भी नहीं चलता। जब उसके विवाह का पल आता है तो बाबुल सोचता है, अभी अभी तो उसने हमारे दहलीज पर क़दम रखा था और अब उसे बिदा करने का पल भी आ गया।
अपने बेटी के नये ज़िन्दगी के लिए बाबुल खुश होता है तो उसके जाने से घर सुना - सुना हो जायेगा इसका डर भी उसे सताता है। न जाने इस प्यारे बेटी के बिना वह ज़िन्दगी का गुजारा कैसे करेंगे। जो भी हो, यह गम तो बाबुल को हँसते हँसते सहना है। और अपने बेटी का दामन दुवाओं से भरना हैं। तो पढ़िए बाबुल के दर्दनाक भाव 'बाबुल' इस प्यारी कविता में....
दोस्तों... अपनी बेटी या कोई रिश्तेदार की शादी में 'बाबूल' यह कविता जरुर उसे सुनाएं। ताकि उसे इस कविता के माध्यम से हम कुछ शिक्षाएं, स्नेह, प्यार एवं दुवाएं प्रदान कर सके। उसके भावी भविष्य के लिए ढेर सारी शुभकामनाएं दे सके।
अपने बेटी के नये ज़िन्दगी के लिए बाबुल खुश होता है तो उसके जाने से घर सुना - सुना हो जायेगा इसका डर भी उसे सताता है। न जाने इस प्यारे बेटी के बिना वह ज़िन्दगी का गुजारा कैसे करेंगे। जो भी हो, यह गम तो बाबुल को हँसते हँसते सहना है। और अपने बेटी का दामन दुवाओं से भरना हैं। तो पढ़िए बाबुल के दर्दनाक भाव 'बाबुल' इस प्यारी कविता में....
बिदाई पर हिंदी कविता "बाबुल..बिदाई कविता
Bidai Poem for Marriage / Sangit Sandhya Function in Hindi "Babul"
इतने जल्दी बिदाई की घडी कैसे आ गई
क्यों हो जाती है इतने जल्दी बेटिया पराई
सयानी बेटी हो रही है अब हमसे जुदा
यादो के झरोखे में रहेगी तुम्हारी चुलबुली अदा
बाबुल का आंगन सुना कर तुम चली जाओगी
खुशनुमा लम्हों की यादे दिल में छोड़ जाओगी
ससुराल में बनाना अपना एक अस्तित्व
हर क्षण निभाते रहना जीवन में कर्तव्य
रह रहकर याद आयेंगें तुम्हे बाबुल के दिन
पर ससुराल को ही बाबुल मानकर रहना है लीन
सास ससुर है अब तुम्हारे माता-पिता
ससुराल में जोडकर रखना सबके गहरा नाता
मत आने देना ससुराल की देहलीज पर आँच
मुस्कुराते ही सँजो लेना ससुराल का सांज
मान मर्यादाऔ में रहकर निभाना है हर दस्तूर
बाबुल के संस्कारों को मत होने देना चूर
नये जीवन के लिये बाबुल देता है बधाई
सुख समृधि से भरा हो जीवन यही है दुहाई
यह नया सफर लाये स्नेहपूर्ण साथ की सौगात
झूमता रहे आंगन तुम्हारा लेकर खुशियों की बारात
Best hindi poem babul...Heart touching
ReplyDeletenice
ReplyDeleteबहुत ही उम्दा लिखा है
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