हमारे जीवन को आयाम देने वाले हमारे शिक्षक होते हैं। जीवन तो हम जीते
हैं, लेकिन जिंदगी कैसे जीना है ? वह हमें शिक्षक ही सिखाते हैं। हमारे
शिक्षक को शिक्षक दिन की शुभकामनाएं इस स्पीच / निबंध व्दारा दे। हम
फ्रेंडशिप डे, वैलेंटाइन डे पर हम हमारे अपनो को विश करना नहीं भूलते हैं,
वैसे ही टीचर्स डे के दिन तो अपने शिक्षक को अवश्य शुभकामनाएं देनी चाहिए।
क्योंकि उन्हीं के बदौलत हम अज्ञानी से ज्ञानी बन गए हैं.....
शिक्षक दिन पर हिंदी स्पीच / निबंध
Teacher's Day Special Hindi Speech / Essay
गुरु को भगवान की उपमा दी है। हमारे माता-पिता तो हमें जन्म देते हैं,
लेकिन गुरु हमें जीवन दान देते हैं। जब हम स्कूल में जाते हैं तो हमें
हमारे शिक्षक की मीठी-मीठी मार तक्रार बहुत बुरी लगती है। हम घर पर जाने के
बाद अपने मां से कहते हैं भी है,कल से मैं स्कूल नहीं जाऊंगा। लेकिन
धीरे-धीरे वही हमारे प्रिय, पूज्यनीय बन जाते हैं। क्योंकि हमारे समझ को
विकसित करने वाले शिक्षक का महत्व हमें समझ जाता है।
अवश्य पढ़े :- गुरु पर दोहे
एक शिष्य कच्चे घड़े के समान है। उसे शिक्षक आकार देते हैं। सिर्फ आकार ही नहीं देते, उसके सपनों को साकार भी करते है। जिस प्रकार रेखाओं को जोड़कर एक चित्र बन जाता है। उसी प्रकार गुरु भी हमारे सपनों की रेखाओं को हकीकत में उतारने का काम करते हैं। गुरु हमें एक अच्छा नागरिक बनाते हैं। हमारे कर्तव्यों की पहचान हमें कराते हैं। वह सिर्फ हमें देश का अच्छा नागरिक ही नहीं बल्कि अच्छा इंसान बनना भी सिखाते हैं। हमें अच्छा और उज्जवल जीवन जीने के काबिल बनाते हैं।
हमारे जीवन में शिक्षक ना होते तो हमारा जीवन कोरी किताब की तरह रहता। गुरु उस किताब में सुंदर स्याही से कर्तव्य, सत्य, अनुकंपा आदि उत्कृष्ट भावों से हमारा जीवन भर देते हैं। हमें सब का आदर करना सिखाते हैं। लेकिन आजकल हम देखते हैं बहुत से छात्र गुरु / शिक्षक का आदर नहीं करते। उनकी खिल्ली उड़ाते हैं। उन्हें लगता है हम बहुत नेक काम कर रहे हैं, लेकिन जो शिक्षक का आदर नहीं करता उसका सभी तरफ अनादर होता है। उसकी तरक्की रुक जाती है। शिक्षक चाहे जैसा भी हो हर व्यक्ति में कुछ ना कुछ अच्छाई जरूर छिपी होती है और हमें उस अच्छाई का सम्मान करना चाहिए।
अवश्य पढ़े :- गुरु पर शायरी
गुरु का हमारे जीवन में ऊंचा स्थान होना चाहिए। उनके कदमों में हमारा जीवन नतमस्तक होना चाहिए। उनकी आज्ञा हमारे लिए शिरोधार्य होनी चाहिए। तभी शिक्षक दिन बनाना सार्थक होगा। मेरे सभी आदरणीय, पूज्यनीय शिक्षक / गुरु को यह आर्टिकल समर्पित करती हूं।
अवश्य पढ़े :- गुरु पर दोहे
एक शिष्य कच्चे घड़े के समान है। उसे शिक्षक आकार देते हैं। सिर्फ आकार ही नहीं देते, उसके सपनों को साकार भी करते है। जिस प्रकार रेखाओं को जोड़कर एक चित्र बन जाता है। उसी प्रकार गुरु भी हमारे सपनों की रेखाओं को हकीकत में उतारने का काम करते हैं। गुरु हमें एक अच्छा नागरिक बनाते हैं। हमारे कर्तव्यों की पहचान हमें कराते हैं। वह सिर्फ हमें देश का अच्छा नागरिक ही नहीं बल्कि अच्छा इंसान बनना भी सिखाते हैं। हमें अच्छा और उज्जवल जीवन जीने के काबिल बनाते हैं।
हमारे जीवन में शिक्षक ना होते तो हमारा जीवन कोरी किताब की तरह रहता। गुरु उस किताब में सुंदर स्याही से कर्तव्य, सत्य, अनुकंपा आदि उत्कृष्ट भावों से हमारा जीवन भर देते हैं। हमें सब का आदर करना सिखाते हैं। लेकिन आजकल हम देखते हैं बहुत से छात्र गुरु / शिक्षक का आदर नहीं करते। उनकी खिल्ली उड़ाते हैं। उन्हें लगता है हम बहुत नेक काम कर रहे हैं, लेकिन जो शिक्षक का आदर नहीं करता उसका सभी तरफ अनादर होता है। उसकी तरक्की रुक जाती है। शिक्षक चाहे जैसा भी हो हर व्यक्ति में कुछ ना कुछ अच्छाई जरूर छिपी होती है और हमें उस अच्छाई का सम्मान करना चाहिए।
अवश्य पढ़े :- गुरु पर शायरी
गुरु का हमारे जीवन में ऊंचा स्थान होना चाहिए। उनके कदमों में हमारा जीवन नतमस्तक होना चाहिए। उनकी आज्ञा हमारे लिए शिरोधार्य होनी चाहिए। तभी शिक्षक दिन बनाना सार्थक होगा। मेरे सभी आदरणीय, पूज्यनीय शिक्षक / गुरु को यह आर्टिकल समर्पित करती हूं।
दोस्तों ! आशा है, शिक्षक दिन पर बनाया हुआ यह निबंध / स्पीच आप सभी को बेहद पसंद आया होगा। अपने मन के भाव शब्दों के माध्यम से अपने शिक्षक तक जरूर पहुंचाएं। उन्होंने जो आप पर उपकार किए हैं, उसका बदला तो हम चुका नहीं सकते। लेकिन शिक्षक दिन पर उन्हें शुभकामनाएं देकर एक सुकून तो दे सकते हैं कि जिंदगी में उन्होंने एक नेक काम किया है।
अवश्य पढ़े :- आपकी नजरे क्या कहती है
सफलता पाने के १० मूलमंत्र
Teachers is god and parents for future. Thanks bhai share karne ke liye.
ReplyDeletethanks
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