जय जिनेन्द्र ! जैन धर्म सुक्ष्म एवं विशाल धर्म है। जहां पर इस संसार एवं लोक की ऐसी
कोई बात ना होगी, जिसका वर्णन जैन धर्म में नहीं आता होगा। हमें जितने भी
आगम पुण्यवाणी से मिले हैं, उसका अध्ययन करते करते हम पूरी जिंदगी भी लगा
दें तो भी कम ही है। जैन आगमों पर बनाए हुए कुछ सवाल जवाब मैं आप सभी के
साथ शेयर कर रही हूं...
1) मैं स्वयं कौन हूं :- प्रश्न व्याकरण सूत्र
2) मैं भगवान महावीर स्वामी के कुल से प्रख्यात हूं :- ज्ञाता धर्म
3) मैं मेरे नाम अनुसार काम करता हूं :- व्यवहार सूत्र
4) मैं छोटा हूं ; पर काम बड़ा :- बृहत् कल्प
5) पांचवें गुणस्थान वाले का सम्मेलन :- उपासक दशांग सूत्र
6) मुनि जीवन की केजी की बुक हूँ :- आचारांग सूत्र
7) सभी धर्मों का आनंद मेला :- सूयडांग सूत्र
8) छ: द्रव्यों का स्कंद नहीं :- दशाश्रुत स्कंध
9) संपूर्ण शास्त्र मेरे नाम से भरा पड़ा हैं :- रायप्पसेनी
10) गौतम के सवाल, भगवान का जवाब :- भगवती सूत्र
11) मैं धन्ना और शालिभद्र को अपने घर ले आया :- अनुत्तरोववाई सूत्र
12) लड़के का नाम धारी, मेरा काम भारी :- निशीथ सूत्र
13) अंको का खजाना केलकुलेटर :- समवायांग सूत्र
14) कोर्ट के कानून मेरे पास है :- सुख विपाक सूत्र
15) मेरे क्लास में चरम शरीरी जीव है :- अंतगडदशांग सूत्र
16) भगवान महावीर स्वामी की अंतिम शिक्षा :- उत्तराध्ययन सूत्र
17) मैं ज्ञान के साथ आनंद बुद्धि प्रदान करता हूं :- नंदी सूत्र
18) हम दोनों का फूल जैसा ही हेडिंग है :- पूफ्फचूलियां
19) साधु के अभिग्रह एवं लब्धीयों का खजाना हूं :- उववाई सूत्र
20) मेरे बाद प्रभात और संध्या के बाद मैं :- आवश्यक सूत्र
21) मैं सृष्टि दर्शन करवाता हूं :- पण्णवणा सूत्र
22) एक परिवार का इतिहास हूँ :- निरवलिया सूत्र
23) मैं जैन जगत का तिथि का तोरण हूं :- चंद्रपज्ञप्ति
24) ऋतु परिवर्तन के परिवर्तन की जवाबदारी मेरी है :- सूर्यप्रज्ञप्ति
25) दिक्षार्थी का पासपोर्ट हूँ :- दशवैकालिक
26) 31 सूत्र का दरवाजा खोलता हूं :- अनुयोगव्दार सूत्र
27) जैन जगत का आध्यात्मिक भूगोल हूं :- जंबूद्वीप प्रज्ञप्ति
मेरे साधर्मी भाई बहनों... जैन आगमों पर पढ़े हुए कुछ सवाल जवाब मैंने आपके साथ शेयर किए, आशा है आप सभी को यह सवाल जवाब पसंद आए होंगे। इस आर्टिकल को अपने साधर्मी भाई बहनों के साथ शेयर करके उनका ज्ञान वृद्धिगत करें।
प्रतियोगिता एवं जानकारी के लिए जैन धर्म के आगम के अनुसार प्रश्न उत्तर
Some Questions Answers on Jain Religion / Dharam for Competition and Knowledge
1) मैं स्वयं कौन हूं :- प्रश्न व्याकरण सूत्र
2) मैं भगवान महावीर स्वामी के कुल से प्रख्यात हूं :- ज्ञाता धर्म
3) मैं मेरे नाम अनुसार काम करता हूं :- व्यवहार सूत्र
4) मैं छोटा हूं ; पर काम बड़ा :- बृहत् कल्प
5) पांचवें गुणस्थान वाले का सम्मेलन :- उपासक दशांग सूत्र
6) मुनि जीवन की केजी की बुक हूँ :- आचारांग सूत्र
7) सभी धर्मों का आनंद मेला :- सूयडांग सूत्र
8) छ: द्रव्यों का स्कंद नहीं :- दशाश्रुत स्कंध
9) संपूर्ण शास्त्र मेरे नाम से भरा पड़ा हैं :- रायप्पसेनी
10) गौतम के सवाल, भगवान का जवाब :- भगवती सूत्र
11) मैं धन्ना और शालिभद्र को अपने घर ले आया :- अनुत्तरोववाई सूत्र
12) लड़के का नाम धारी, मेरा काम भारी :- निशीथ सूत्र
13) अंको का खजाना केलकुलेटर :- समवायांग सूत्र
14) कोर्ट के कानून मेरे पास है :- सुख विपाक सूत्र
15) मेरे क्लास में चरम शरीरी जीव है :- अंतगडदशांग सूत्र
16) भगवान महावीर स्वामी की अंतिम शिक्षा :- उत्तराध्ययन सूत्र
17) मैं ज्ञान के साथ आनंद बुद्धि प्रदान करता हूं :- नंदी सूत्र
18) हम दोनों का फूल जैसा ही हेडिंग है :- पूफ्फचूलियां
19) साधु के अभिग्रह एवं लब्धीयों का खजाना हूं :- उववाई सूत्र
20) मेरे बाद प्रभात और संध्या के बाद मैं :- आवश्यक सूत्र
21) मैं सृष्टि दर्शन करवाता हूं :- पण्णवणा सूत्र
22) एक परिवार का इतिहास हूँ :- निरवलिया सूत्र
23) मैं जैन जगत का तिथि का तोरण हूं :- चंद्रपज्ञप्ति
24) ऋतु परिवर्तन के परिवर्तन की जवाबदारी मेरी है :- सूर्यप्रज्ञप्ति
25) दिक्षार्थी का पासपोर्ट हूँ :- दशवैकालिक
26) 31 सूत्र का दरवाजा खोलता हूं :- अनुयोगव्दार सूत्र
27) जैन जगत का आध्यात्मिक भूगोल हूं :- जंबूद्वीप प्रज्ञप्ति
मेरे साधर्मी भाई बहनों... जैन आगमों पर पढ़े हुए कुछ सवाल जवाब मैंने आपके साथ शेयर किए, आशा है आप सभी को यह सवाल जवाब पसंद आए होंगे। इस आर्टिकल को अपने साधर्मी भाई बहनों के साथ शेयर करके उनका ज्ञान वृद्धिगत करें।
अवश्य पढ़े :- १] जैन हिंदी नाटिका 'जीव की आत्मकथा'
२]जैन तपस्या पर हिंदी नाटिका
३] बच्चों के लिए जैन हिंदी ड्रामा
४] तपस्या पर हिंदी स्पीच
२]जैन तपस्या पर हिंदी नाटिका
३] बच्चों के लिए जैन हिंदी ड्रामा
४] तपस्या पर हिंदी स्पीच
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