दोस्ती...
खुदा का एक नायाब तोहफा! जिंदगी का एक खूबसूरत रिश्ता! दोस्ती के एक
रिश्ते में ही हर रिश्ते का रंग छुपा है। दोस्त पिता की तरह हमारा संरक्षण
करता है, मां की तरह आंचल देता है, बहन की तरह सलाह देता है, भाई की तरह
रक्षा करता है तो एक जीवन साथी की तरह साथ निभाता है। तो चलिए दोस्तों, आज हम दोस्ती पर बनाया हुआ एक प्यारसा हिंदी स्पीच आपके साथ शेयर कर रहे है।
हमारी जिंदगी कई लोगों से मिलकर बनी होती हैं। इसमें कुछ लोग हमेशा के लिए
जिंदगी के हिस्से बन जाते हैं तो कुछ आते-जाते रहते हैं। कुछ किसी कारण से
आते हैं। सब कुछ मौसम की तरह हमारी उम्र के हर पड़ाव में अलग-अलग तरह के
दोस्त बनते हैं।
बचपन में हमेशा खेलने के लिए दोस्तों की जरूरत होती है तो किशोरावस्था में ऐसे दोस्त की जरूरत होती है जो हमारे साथ समय बिता सके। लेकिन उम्र बढ़ने के साथ-साथ हमारी दोस्ती के मायने बदल जाते हैं। हम एक ऐसे साथी की जरूरत होती है, जो हमारे रुचि का हो। हमारी भावनाओं को समझे, एक ऐसा साथी उसके सामने हम अपना दिल खोल कर रख सके। किसी ने सही कहा है कि अच्छे दोस्त बड़ी मुश्किल से मिलते हैं और इसमें किस्मत का बड़ा योगदान होता है। हांगकांग में हुए एक शोध के अनुसार यह निष्कर्ष निकला है कि, "यदि आप युवा बने रहना चाहते हैं तो आपको अपना सामाजिक दायरा बढ़ाना पड़ेगा।" हमारे बचपन के दोस्त हमें सबसे बेहतर जानते हैं। हमारे सुख-दुख में हमारा साथ देते हैं। हमारे स्कूल कॉलेज के दोस्तों के साथ हमारा ख़ास वक्त बितता है। इस समय की कुछ खास बातें हम उनके साथ शेयर करते हैं लेकिन करियर बदलने पर उनसे हमारा साथ छूट जाता है। कुछ लोग जिंदगी में आते हैं जिन्हें देखकर ही लगता है कि यह हमारे जिंदगी का अच्छा हिस्सा बन सकते है। सच्चे दोस्ती का रिश्ता अपने माता-पिता के साथ भी होता है। विशेषकर मां और बेटी के बीच की दोस्ती समय के साथ और भी परिपक्व होती जाती है। एक दंपति के बीच भी दोस्ती का ऐसा प्यारा बंधन होता हैं, जो वक़्त बीतने के साथ मजबूत होता जाता है। न जाने ऐसे कई सारे रिश्ते हम समय-समय पर बहुत से लोगों के साथ बनाते हैं जो हमारे जिंदगी में चार चांद लगा देते हैं।
अत्यंत पुण्यवणी का उदय होता है जब हमें एक सच्चा दोस्त मिलता है। हमारे जीवन को नई दिशा देता है। हमारी गलतियों को सबके सामने प्रगट न करते हुए अकेले में करता है। हमेशा हमारे प्रगति के लिए प्रयास करता है। दोस्ती हो तो कृष्ण सुदामा की तरह जहां किसी बात का भेद नहीं, रिश्ते में कोई शर्त नहीं। एक बार जब मेरी बेटी छोटी थी तो हम सभी फ्रेंड्स होटल में डिनर के लिए मिले। पर मैं बिना स्वेटर के वहां पहुंची। लगभग 5℃ जितनी ठंड थी। ठंड से में सिकुड़ रही थी। इतने में मेरी फ्रेंड आई और उसने मुझे देखकर अपना स्वेटर दे दिया। ठंड तो उसे भी लग रही थी तभी तो वह स्वेटर पहनकर आई थी। घर पर जाते वक्त भी आग्रह से वह स्वेटर मुझे ही थमा गई। अगर मैं स्वेटर ना पहनती तो वाकई में मुझे सर्दी हो जाती। पर मेरी प्यारी दोस्त ने मुझे और मेरी बेटी दोनों को सर्दी से बचा लिया। तब दिल से एक आवाज आई, यही हैं मेरी सच्ची दोस्त! जो हमारे सुख के लिए हमेशा प्रयत्नशील होती है। जब भी मैं उदास होती हो वह सही सलाह देकर छुटकियों में मेरी नाराजगी दूर कर देती हैं। कभी कोई विकट परिस्थिति भी आई तो उसमें शांति कैसे बनाए रखना यह भी उसने मुझे बखूबी सिखाया है।
सच्चा दोस्त वही है जो हमारी प्रगति के लिए जी-जान मेहनत करता है। हमारी गलत आदतों को छोड़ने के लिए हमें मजबूर कर देता है। मैं अपनी खुशकिस्मती समझती हूं की ऐसी प्यारी दोस्त मेरी जिंदगी में है जो मेरी जिंदगी को निखार रही है।
किसी रिश्ते की मोहताज नही है यह दोस्ती
सभी रिश्तो में सरताज है यह दोस्ती
बिना किसी शर्तो कि, की जाती है दोस्ती
इस सृष्टि की प्यारी सी धरोहर है दोस्ती।
दोस्तों आशा है, दोस्ती पर बनाया हुआ यह हिंदी स्पीच / भाषण आपको जरूर पसंद आया होंगे। अपने दोस्तों के साथ भी इस स्पीच को जरूर शेयर करे।
अवश्य पढ़े :-
१] दोस्ती पर हिंदी शेरो शायरी
२] प्यार पर हिंदी कविता
३] संगीत संध्या हिंदी एंकरिंग
४] मलाई सैंडविच हिंदी रेसिपी
दोस्ती पर हिंदी स्पिच / निबंध
Hindi Speech on Friendship / Essay
न जाने इन खूबसूरत आंखों में कितने ख्वाब है बुने
आप के बिना दोस्त हम हैं सुने - सुने
विरान लगती है आपके बिना हमें यह जिंदगी
तभी तो आप जैसे दोस्त हमने जिंदगी में चुने।
विरान लगती है आपके बिना हमें यह जिंदगी
तभी तो आप जैसे दोस्त हमने जिंदगी में चुने।
बचपन में हमेशा खेलने के लिए दोस्तों की जरूरत होती है तो किशोरावस्था में ऐसे दोस्त की जरूरत होती है जो हमारे साथ समय बिता सके। लेकिन उम्र बढ़ने के साथ-साथ हमारी दोस्ती के मायने बदल जाते हैं। हम एक ऐसे साथी की जरूरत होती है, जो हमारे रुचि का हो। हमारी भावनाओं को समझे, एक ऐसा साथी उसके सामने हम अपना दिल खोल कर रख सके। किसी ने सही कहा है कि अच्छे दोस्त बड़ी मुश्किल से मिलते हैं और इसमें किस्मत का बड़ा योगदान होता है। हांगकांग में हुए एक शोध के अनुसार यह निष्कर्ष निकला है कि, "यदि आप युवा बने रहना चाहते हैं तो आपको अपना सामाजिक दायरा बढ़ाना पड़ेगा।" हमारे बचपन के दोस्त हमें सबसे बेहतर जानते हैं। हमारे सुख-दुख में हमारा साथ देते हैं। हमारे स्कूल कॉलेज के दोस्तों के साथ हमारा ख़ास वक्त बितता है। इस समय की कुछ खास बातें हम उनके साथ शेयर करते हैं लेकिन करियर बदलने पर उनसे हमारा साथ छूट जाता है। कुछ लोग जिंदगी में आते हैं जिन्हें देखकर ही लगता है कि यह हमारे जिंदगी का अच्छा हिस्सा बन सकते है। सच्चे दोस्ती का रिश्ता अपने माता-पिता के साथ भी होता है। विशेषकर मां और बेटी के बीच की दोस्ती समय के साथ और भी परिपक्व होती जाती है। एक दंपति के बीच भी दोस्ती का ऐसा प्यारा बंधन होता हैं, जो वक़्त बीतने के साथ मजबूत होता जाता है। न जाने ऐसे कई सारे रिश्ते हम समय-समय पर बहुत से लोगों के साथ बनाते हैं जो हमारे जिंदगी में चार चांद लगा देते हैं।
अत्यंत पुण्यवणी का उदय होता है जब हमें एक सच्चा दोस्त मिलता है। हमारे जीवन को नई दिशा देता है। हमारी गलतियों को सबके सामने प्रगट न करते हुए अकेले में करता है। हमेशा हमारे प्रगति के लिए प्रयास करता है। दोस्ती हो तो कृष्ण सुदामा की तरह जहां किसी बात का भेद नहीं, रिश्ते में कोई शर्त नहीं। एक बार जब मेरी बेटी छोटी थी तो हम सभी फ्रेंड्स होटल में डिनर के लिए मिले। पर मैं बिना स्वेटर के वहां पहुंची। लगभग 5℃ जितनी ठंड थी। ठंड से में सिकुड़ रही थी। इतने में मेरी फ्रेंड आई और उसने मुझे देखकर अपना स्वेटर दे दिया। ठंड तो उसे भी लग रही थी तभी तो वह स्वेटर पहनकर आई थी। घर पर जाते वक्त भी आग्रह से वह स्वेटर मुझे ही थमा गई। अगर मैं स्वेटर ना पहनती तो वाकई में मुझे सर्दी हो जाती। पर मेरी प्यारी दोस्त ने मुझे और मेरी बेटी दोनों को सर्दी से बचा लिया। तब दिल से एक आवाज आई, यही हैं मेरी सच्ची दोस्त! जो हमारे सुख के लिए हमेशा प्रयत्नशील होती है। जब भी मैं उदास होती हो वह सही सलाह देकर छुटकियों में मेरी नाराजगी दूर कर देती हैं। कभी कोई विकट परिस्थिति भी आई तो उसमें शांति कैसे बनाए रखना यह भी उसने मुझे बखूबी सिखाया है।
सच्चा दोस्त वही है जो हमारी प्रगति के लिए जी-जान मेहनत करता है। हमारी गलत आदतों को छोड़ने के लिए हमें मजबूर कर देता है। मैं अपनी खुशकिस्मती समझती हूं की ऐसी प्यारी दोस्त मेरी जिंदगी में है जो मेरी जिंदगी को निखार रही है।
किसी रिश्ते की मोहताज नही है यह दोस्ती
सभी रिश्तो में सरताज है यह दोस्ती
बिना किसी शर्तो कि, की जाती है दोस्ती
इस सृष्टि की प्यारी सी धरोहर है दोस्ती।
दोस्तों आशा है, दोस्ती पर बनाया हुआ यह हिंदी स्पीच / भाषण आपको जरूर पसंद आया होंगे। अपने दोस्तों के साथ भी इस स्पीच को जरूर शेयर करे।
अवश्य पढ़े :-
१] दोस्ती पर हिंदी शेरो शायरी
२] प्यार पर हिंदी कविता
३] संगीत संध्या हिंदी एंकरिंग
४] मलाई सैंडविच हिंदी रेसिपी
Nice
ReplyDeleteNice
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