भगवान महावीर के जन्म और परिवार के बारे में कुछ विशेष जानकारियां Family and Birth Information of Bhagwan Mahaveer

December 08, 2017
जय जिनेंद्र! प्रभु महावीर का जीवन अताह सागर के समान है। जब परमपिता भगवान महावीर का जन्म हुआ तो सारे लोक में प्रकाश का आलम सा फैल गया। नरक में भी कुछ देर के लिए अंधेरा नष्ट हो गया। प्रभु महावीर का सारा जीवन ही अनुमोदनीय, अनुकरणीय है। प्रभु महावीर के विशाल जीवन को शब्दों में पिरोना हमारे बस में नहीं है। ऐसे परमपिता भगवान महावीर की जन्म और परिवार के बारे में कुछ विशेष जानकारियां आपके साथ शेयर करना पसंद करूंगी.....

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भगवान महावीर के जन्म और परिवार के बारे में कुछ विशेष जानकारियां

Family and Birth Information of Bhagwan Mahaveer



1) महावीर भगवान पूर्व भव मे दसवे देवलोक में थे।

2) भगवान के :-

• गर्भ में आने की तिथि आषाढ़ सुदी छट्ट 
• गर्भसंहरन तिथि आसोज वदी तेरस 
• जन्म तिथि चैत्र सुदी तेरस
• दीक्षा तिथि मिगसर वदी दसम 
• केवलज्ञान तिथि वैशाख सुदी दसम
• निर्वाण तिथि कार्तिक वदी अमावस 


3) भगवान पूर्व भव से तिन ज्ञान साथ में लेकर आये थे - मति ज्ञान, श्रुत ज्ञान और अवधिज्ञान।

4) चौथे आरे के पचहत्तर वर्ष और साढे आठ महीने शेष रहने पर भगवान गर्भ में आ गए थे।

5) भगवान की प्रथम माता देवानंदा ब्राह्मणी और पिता ऋषभदत्त ब्राह्मण थे।

6) भगवान के दूसरे माता-पिता (लोक प्रसिद्ध) माता त्रिशला क्षत्रियाणी और पिता सिद्धार्थ राजा थे।

7) भगवान का जन्म होने पर महोत्सव करने देवलोक के देव आये। उन्होंने अमृत की, सुगंधि द्रव्यों की, गुलाब आदि मांगलिक चूर्णों की, अचित फूलों की, स्वर्ण की, चांदी की, रत्नों की वृष्टि की।

8) भगवान महावीर के विविध नाम थे। जैसे - वर्धमान, श्रमण, महावीर, सन्मति, ज्ञातपूत्र आदि।

9) पिता के तिन नाम - सिद्धार्थ, श्रेयांस, यशस्वी।

10) माता के तिन नाम - त्रिशला, विदेहदिन्ना, प्रियकारिणी।

11) काका का नाम सुपार्श्व था।

12) बड़े भाई का नाम नंदिवर्धन था।

13) बड़ी बहन का नाम सुदर्शना था।

14)भार्या का नाम यशोदा, जो कौडिन्य गोत्र थी।

15) पुत्री के दो नाम प्रियदर्शना और अनोजा थे।

16) दोहित्री के दो नाम शेषवती, यशवति।

17) भगवान के माता पिता त्रिशला और सिद्धार्थ श्रावक धर्म की आराधना कर संलेखना संथारा में काल करके 12 वें देवलोक में देव बने। वहां से महाविदेह क्षेत्र में एक भव करके मोक्ष जाएंगे।

18) देवानंदा माता और ऋषभदत्त पिता दोनों भगवान के केवली होने के बाद दिक्षा लेकर उसी भव से मोक्ष गए। 

दोस्तों! आशा है, भगवान महावीर के जन्म और परिवार के बारे में जो कुछ विशेष जानकारियां जो गुरु भगवंतों द्वारा हमें प्राप्त हुई है, उन्हें आपके साथ शेयर करने का प्रयास किया है। यकीन है, यह जानकारियां आपको बेहद पसंद आई होगी। समय समय पर इसे पढ़कर अपनी जानकारी वृद्धिगत करें।  एवं अपने सभी साधर्मी भाई-बहनों के साथ शेयर करें। जय जिनेंद्र!


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