भ्रष्टाचार पर बनाई हुई हिंदी कविता Hindi Poem on Bhrashtachar

October 02, 2017
हमारे भारत माता के लिए न जाने कितने सारे देश के वीरों ने अपना बलिदान दिया है।  उन्होंने अपने प्राणों की बाजी लगाई, तभी तो हम चैन की सांसे ले रहे हैं। हमें उन नेताओं पर गर्व है। वह  एक ऐसे नेता थे लेकिन आज के नेता...  हमारे देश के नेता ही देश के साथ गद्दारी कर रहे हैं। भ्रष्टाचार कर रहे हैं। लेकिन अब  हमें  भ्रष्टाचार का खात्मा करना है और देश के हर नागरिक को समान अधिकार देना है।


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देश एवम भ्रष्टाचार पर बनाई हुई हिंदी कविता 'वतन की आबरु ' 

 Hindi Poem on Bhrashtachar


कहां जाता था देश को मेरे सोने की चिड़िया 
एक दूजे पर जान छिड़क कर बीती जाती की घड़ियां
जिनके त्याग तपस्या की गाई जाती थी यशोगाथा
 कुर्बानी देकर महकाई जिन्होंने भारत माता 
चंद्रशेखर,सुभाषचंद्र बोस, गांधी जैसे थे वे  शुर वीर 
चमन के लिए अंग्रेजों के सामने न झुकाया अपना सिर
 पर आज के हमारे नेता कर रहे हैं करोड़ों का घोटाला
 गरीबों का खून पसीना एककर समेट रहे हैं खुद का झोला 
ऐसे मक्कारों और गद्दारों की नहीं चलेगी मनमानी 
अपने वतन की आबरु कैसे नहीं पहचानी
संकल्प यही करेंगे बढ़ाएंगे अपना आत्म सम्मान 
अमन के दुश्मनों का मिटा देंगे हम नामो निशान।।

आतंकवादियों से तो हमारे देश को खतरा है ही लेकिन अगर देश के नेता ही भ्रष्टाचार करने लगे तो क्या आतंकवाद को पनाह नहीं मिलेगी? हमारे देश का क्या होगा, जब अपने ही लोग अपने देश के साथ गद्दारी करेंगे?  हम सभी को एकता का उदाहरण देंना हैं और अपने देश के लिए आई हुई हर मुश्किल का सामना साथ मिलकर करना है। ताकि आतंकवाद भ्रष्टाचार जैसी जड़े हम हमारे देश से हमेशा के लिए नष्ट कर दे।

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3 comments

  1. भ्रष्टाचार पर बनाई हिंदी कविता बहुत सुंदर है।

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