रक्षाबंधन पर हिंदी नाटिका Hindi Drama on Rakshabandhan for Kids / Children

August 11, 2018
रक्षाबंधन का त्यौहार आने वाला है। इस प्यारे त्यौहार की हर कोई जोरदार तैयारियां कर रहा है। अब रक्षाबंधन एक ही जगह सारा परिवार साथ में मिलकर धूमधाम से मनाने का ट्रेण्ड चल रहा है। नाच- गाने, फिश पोंड के साथ गेम्स भी रक्षाबंधन के गेट टूगेदर में शामिल किए जाते हैं। तो चलिए आज मैं आप सभी के साथ रक्षाबंधन पर बनाई हुई एक मजेदार एवं प्रेरणादाई नाटिका शेयर कर रही हूं। जिससे आपके प्रोग्राम में एक अलग वैरायटी देखने के लिए मिलेगी।
 drama-on rakshabandhan

 रक्षाबंधन पर हिंदी नाटिका

Hindi Drama on Rakshabandhan for Kids / Children


क्षमा :- भैया ओ भैय्या...इधर आओ ना... जल्दी।

भाग्येश :- क्या हुआ क्षमा?

क्षमा :- आपको पता है अब क्या आने वाला है?

भाग्येश :- :-  हां हां... 15 अगस्त ! स्वतंत्रता दिन ! हमारा भारत देश उस दिन आजाद हुआ था।
क्षमा :- हा.. हा..  लेकिन उसके बाद ?

भाग्येश :- :- क्षमा... अब तुम किस दिन की बात कर रही हो?

क्षमा :- क्या भाई !आप भूल गए, हमारा प्यारा त्यौहार रक्षाबंधन जो आ रहा है।

भाग्येश :- :- (आंख मारते हुए) अरे हां! मैं तो भूल ही गया था! हा.. हा.. हा...!
क्षमा :- लेकिन मुझे राखी का गिफ्ट देना मत भूलना।

भाग्येश :- :- हां.. बाबा... हां! चलो कहो इस बार तुम्हें क्या चाहिए? लॉलीपॉप या अप्सरा का पेंसिल बॉक्स?

क्षमा :- भैया... क्यों मजाक कर रहे हो? मुझे पता है आप हमेशा आपकी पॉकेट मनी में से मेरे लिए कुछ स्पेशल लाते हो।

भाग्येश :- मैं स्पेशल हूं (कॉलर चढ़ाते हुए) तो स्पेशल ही लाऊंगा ना. .

क्षमा :- रहने दो, अब ज्यादा स्टाइल मत मारो। इस बार लेकिन मैं राखी के दिन ही कहूंगी, मुझे क्या गिफ्ट चाहिए।

भाग्येश :- पता नहीं! इस पगली के दिमाग में क्या चलते रहता है?

राखी के दिन ....

भाग्येश :- क्या बात है... आज तो मेरी छोटी बहन बहुत ही चमक रही है।
   " फूलों का तारों का सबका कहना है...
       .... एक हजारों में मेरी बहना है.....
                ( डांस करते हुए )

क्षमा :- थैंक्यू! आप भी बहुत प्यारे लग रहे हो!

भाग्येश :- चलो बताओ, मेरी प्यारी बहन को क्या चाहिए?

क्षमा :- भैया! हमारे घर के पास जो अनाथ आश्रम है ना वहां पर जो लड़कियां रहती हैं ना उन्हें भाई ही नहीं है। क्या आप उनके हाथ से राखी बांधकर उन्हें छोटा सा प्यारा सा गिफ्ट दोगे।

भाग्येश :- मेरी बहन तो बहुत ही होशियार और समझदार हो गई है।

        (अनाथ आश्रम जाकर आने के बाद)

भाग्येश :- आज मुझे कितनी सारी बहनें मिल गई। सब ने मुझे कितनी दुआएं दी। उनके चेहरे की खुशी  देखकर मुझे एक आत्मिक समाधान मिला।
क्षमा :-  हम दोनों के लिए यह रक्षाबंधन यादगार रहेगा। हैं ना...

क्षमा :- "भैया के लंबी उम्र की करती हूं मैं प्रार्थना"

भाग्येश :- "प्यारी बहन तुम हमेशा हंसते रहना"।
 
 दोस्तों! आशा है, रक्षाबंधन पर बनाई हुई यह नाटिका आप सभी को पसंद आई होंगी। रक्षाबंधन पर बनाई हुई शेरो शायरी, कविता, एंकरिंग भी मैंने रुपमय वेबसाइट पर शेयर की है।



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