नजर नजर में हाले दिल का पता चलता है.... वाकई में आंखें हमारे
व्यक्तिमत्व का आईना होती है। जिससे हम रूबरू हो सकते हैं। नजरें दिल की
दास्तां बयां करती है, बस्स हमें उसे पढते आना चाहिए। चलिए जानते हैं नजरें
क्या कहती है...
◆ नजर से नजर मिलाकर बोलने वाले व्यक्ति निश्चयी, निर्भय और डैशिंग स्वभाव के होते हैं। वे कभी किसी को धोखा नहीं देते और झूठ बोलना भी उनको कतई पसंद नहीं आता।
◆ जो व्यक्ति आसमान और छत की और देख कर बोलते हैं, वह रूढ़ि परंपरा को मानने वाले होते हैं।
◆ बोलते और सुनते समय जो आंखें बंद कर लेते हैं, वे शांत स्वभाव के एवं आध्यात्मिक होते हैं।
◆ जो व्यक्ति बोलते समय आंखें बंद-चालू करते हैं, वे व्यक्ति चंचल स्वभाव के होते हैं।
◆ चश्मा पहन कर चश्मे के ऊपर के साइड से देखने वाले व्यक्ति के मन में शंका होती है।
◆ जो व्यक्ति नजर से नजर नहीं मिलाते एवं निचे देखकर बोलते हैं, उनके मन में कोई ना कोई भय जरूर रहता है। उनका कॉन्फिडेंस लेवल भी बहुत कम होता है।
◆ बात करते समय जो व्यक्ति सामने वाले का ऑब्जरवेशन करता है, वह व्यक्ति अहंकारी होता है। उसे दूसरों की अहमियत नहीं होती।
◆ जो व्यक्ति बोलते समय आंखें बंद कर लेते हैं और फिर बाद में खोल देते हैं, वे व्यक्ति ईमानदार, समझदार और दयावान होते हैं।
दोस्तों ! आशा है, "नजरें बयां करती है दिल की दास्तां" यह आर्टिकल आप सभी को बेहद पसंद आया होगा। आप अपने परिजन, दोस्तों के नजरों को देख कर उनके बारे में कुछ जानकारी प्राप्त कर सकते हैं। अगर आपको यह आर्टिकल अच्छा लगा हो तो अपने दोस्तों के साथ भी इसे जरुर शेयर करें।
नजरें बयां करती है दिल की दास्तां
What Says Your Eye Sights
◆ नजर से नजर मिलाकर बोलने वाले व्यक्ति निश्चयी, निर्भय और डैशिंग स्वभाव के होते हैं। वे कभी किसी को धोखा नहीं देते और झूठ बोलना भी उनको कतई पसंद नहीं आता।
◆ जो व्यक्ति आसमान और छत की और देख कर बोलते हैं, वह रूढ़ि परंपरा को मानने वाले होते हैं।
◆ बोलते और सुनते समय जो आंखें बंद कर लेते हैं, वे शांत स्वभाव के एवं आध्यात्मिक होते हैं।
◆ जो व्यक्ति बोलते समय आंखें बंद-चालू करते हैं, वे व्यक्ति चंचल स्वभाव के होते हैं।
◆ चश्मा पहन कर चश्मे के ऊपर के साइड से देखने वाले व्यक्ति के मन में शंका होती है।
◆ जो व्यक्ति नजर से नजर नहीं मिलाते एवं निचे देखकर बोलते हैं, उनके मन में कोई ना कोई भय जरूर रहता है। उनका कॉन्फिडेंस लेवल भी बहुत कम होता है।
◆ बात करते समय जो व्यक्ति सामने वाले का ऑब्जरवेशन करता है, वह व्यक्ति अहंकारी होता है। उसे दूसरों की अहमियत नहीं होती।
◆ जो व्यक्ति बोलते समय आंखें बंद कर लेते हैं और फिर बाद में खोल देते हैं, वे व्यक्ति ईमानदार, समझदार और दयावान होते हैं।
दोस्तों ! आशा है, "नजरें बयां करती है दिल की दास्तां" यह आर्टिकल आप सभी को बेहद पसंद आया होगा। आप अपने परिजन, दोस्तों के नजरों को देख कर उनके बारे में कुछ जानकारी प्राप्त कर सकते हैं। अगर आपको यह आर्टिकल अच्छा लगा हो तो अपने दोस्तों के साथ भी इसे जरुर शेयर करें।
🙏🙏🙏🙏
ReplyDeleteVery Useful Information
ReplyDeleteSrushti.
छोटी छोटी पर महत्वपूर्ण बातें 🙏
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