महिला संगीत / शादी समारोह पर हिंदी स्क्रिप्ट :- छोटी सी नाटिका Drama in Hindi on Mahila Sangit Sandhya / Wedding Function

December 22, 2017
महिला संगीत की शाम को यादगार बनाने के लिए हम कई हटके प्रोग्राम करना चाहते हैं। कई दिनों से दिलो जान से मेहनत करके, नाच गाने के द्वारा अपनी भावनाएं प्रकट करते हैं। आपके महिला संगीत को और भी खुशनुमा बनाने के लिए हमने आपके लिए एक छोटी सी नाटिका बनाई है। जिसमे बचपन से लेकर आज तक आपकी बेटी ने किस तरह जिंदगी बिताई है, उसे आप सभी के सामने उजागर कर सकते हैं। जब आपकी बेटी भी यह स्क्रीप्ट देखेगी तो उसे बेहद खुशी होगी। उसकी सारी यादें तरोताजा हो जाएगी। यह स्क्रिप्ट चालू रहेगी तब आप पीछे प्रोजेक्टर स्क्रीन पर बेटी के बचपन से लेकर आज तक के फोटो का वीडियो भी पेश कर सकते हैं। ताकि उस कार्यक्रम में चार चांद लग जाएं। इस स्क्रिप्ट में जो मूव्ही के गीत आएंगे, वह आप डांस के थ्रू परफॉर्म कर सकते हैं या फिर आपके पास सिंगर हो तो गा भी सकते हैं। इस स्क्रिप्ट में आप अपने बेटी के छोटे छोटे अनुभव भी शेयर कर सकते हैं। यह स्क्रिप्ट आप अपनी बेटी के लिए सरप्राइस रखें, जब वह देखेगी तो खुशी से झूम जाएगी और जिंदगी में वह दिन कभी  भूलेगी नहीं।

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महिला संगीत / शादी समारोह पर हिंदी स्क्रिप्ट :- छोटी सी नाटिका

Drama in Hindi on Mahila Sangit Sandhya / Wedding Function

1) बागरेचा परिवार में खुशियों का आनंद सा छा गया। जब उनके आंगन में एक नन्ही परी ने जन्म लिया।सभी खुशियों से झूम उठे और उसके आने की खुशियां मनाने लगे।

              "पापा अनिल कुमार जी और माता सुनीता के साथ झूम उठा परिवार,
                        रुपल के जन्म लेते ही नहीं रहा उनकी खुशियों का पार।"

   गीत के बोल:- छोटी सी प्यारी सी नन्ही सी आई कोई परी....
 
2)अब जैसे जैसे वह बड़ी होती है तो उसकी हरकतें और भी अच्छी लगती है। उसकी प्यार भरी मुस्कान, मीठी मीठी बोली, उसका इठ़लाना बड़ा लुभाता है।

                                    "याद है रूपल की प्यार भरी तोतली बोली
                                     बाबुल के आंगन में जो मदहोश हो कर खेली।"

     गीत के बोल:- लकड़ी की काठी, काठी पे घोड़ा...

3) रुपल बचपन से ही हर क्षेत्र में अव्वल रहती थी। पढ़ने के साथ ही अपने दोस्तों के साथ  घंटो खेलना उसे बड़ा अच्छा लगता था।

                                 " बचपन से ही रूपल को लगती थी पढ़ाई अच्छी
                                           पढ़ाई के साथ खेल कूद में थी बड़ी रुचि।"

  गीत के बोल:-a b c d e f g...हम साथ साथ हैं..

4)बेटी कब बड़ी हो जाती है पता ही नहीं चलता। देखते देखते रूपल के काँलेज लाईफ की शुरुआत हो गई।

                                       " शैक्षणिक क्षेत्र में पाया उसने एक मुकाम
                                              हर क्षेत्र में छाया है रुपल का नाम।"

   गीत के बोल:- पहला दिन है कॉलेज का डर लगता है..

5) संस्कारों में पली-बढ़ी रूपल ने सबके दिल में अपनी जगह बना ली। अपने माता पिता के हर सपने को साकार किया।

                                    " पढ़ाई के साथ ही समेटा गुणों का खजाना
                                    ख्वाबों के पंख लगा कर उन्हें हकीकत में लाना।"

  गीत के बोल :- दिल है छोटासा....

 6) अब  वह उमर के उस दहलीज पर खड़ी है जहां पर वह इंतजार कर रही हैं, एक अजनबी का। कब अनदेखा अंजाना उसके जिंदगी में आएगा, और उसकी दुनिया बदल देगा।

                              " जाने वो कौन है इसका आंखें कर रही है इंतजार  
                                     दिलो दिमाग पर छाया है उसी का खूमार। "

गीत के बोल :- अनदेखा अनजाना सा....

7) माता पिता अपनी बेटी के लिए योग्य जीवनसाथी की तलाश करते हैं तो उन्हें एक सुशील दामाद मिल ही जाता है।

                                      " रुपल के लिए आया रिश्ता नासिक से
                                         मयूरजी ने थामा उसका हाथ दिल से। "

   गीत के बोल :-सुन सुन सुन दीदी तेरे लिए एक रिश्ता आया है...

8) कहते हैं इंगेजमेंट टू मैरिज जिंदगी की सबसे हसीन दिन होते हैं। मिलने मिलाने की ऋत आ गयी है। मयुर एवं रुपल दोनों उन पलों को जीते हैं,  नए सपने संवारते हैं।

                                          " सुनहरे ख्वाब अब दोनों बूनने लगे
                                         एक दूजे को वह मन ही मन चाहने लगे। "

 गीत के बोल :- मिलन अभी आधा अधूरा है...

9) देखते-देखते वहां वह हसीन दिन भी आ गया जिसका दोनों परिवार बेसब्री से इंतजार कर रहे थे। जी हां... विवाह की शुभ बेला पास आ गई है। अब दो अजनबी एक नई जिंदगी की शुरुआत करने वाले हैं।

                       " इंतजार करते-करते अब वह घड़ी है आई
                       दोनों के मंगल परिणय की गूंज रही है शहनाई। "

 गीत के बोल :- मेहंदी लगा के रखना....

10) बस्स...कुछ लम्हें बाद जिस बेटी को बाबूल ने नाजों से पाला है, उसे बिदा करने की घड़ी पास आ गई है। एक तरफ तो बेटी की नहीं जिंदगी की खुशियां है तो दूसरी तरफ बाबुल से बिछड़ने का गम। न जाने बाबुल किस तरह अपनी बेटी को बिदा कर पाएगा?

                               " कुछ लम्हो बाद हो जाएगी रूपल पराई
                          बिटिया को बिदा करते वक्त अखियां है भर आई। "

  गीत के बोल :- बाबुल का यह घर बहना....

11) रूपल,  मयूरजी आपके सुनहरे भविष्य के लिए हम हार्दिक शुभकामनाएं देते हैं। आपका विवाहित जीवन सुखमय रहे । प्रेम विश्वास के नीव से बंधा रहे।

                   " रुपल एवं मयूरजी के भावी जीवन के लिए देते हैं शुभकामना
                          यश, सम्मान और कीर्ति मिले यही है मंगल कामना। "

गीत के बोल :- विवाह टाइटल सांग.......

       आशा है आपको मेरी यह महिला संगीत संध्या स्क्रिप्ट बहुत अच्छी लगी होगी। आपको अगर कुछ अलग परफॉर्म करना है तो यह आपके लिए बहुत सुंदर तरीका है। इस स्क्रिप्ट को आपको छोटा करना है तो आप सिर्फ शेरो शायरी और गीत के बोल भी शामिल कर सकते हैं। अगर आपको यह स्क्रिप्ट अच्छी लगी तो आपके दोस्तों के साथ शेयर करना ना भूले और कमेंट देना भी ना भूले।

अवश्य पढ़े:- १] महिला संगीत संध्या हिंदी एंकरिंग 
                     २] बेवफाई पर हिंदी शेरो शायरी 
                     ३] शादी समारोह पर हिंदी एंकरिंग


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