कन्या भ्रूण हत्या पर हिंदी कविता Female Foticide Hindi Poem

October 07, 2017
आज की ज्वलंत सामाजिक समस्याओं में भ्रूण हत्या एक मुख्य समस्या खड़ी हो गई है। विज्ञान ने मानव को अनेक सुविधाएं प्रदान की किंतु उसने मानव के सर्वनाश की  सामग्री का भी निर्माण कर डाला। लिंग परीक्षण के लिए जिस मशीन का उपयोग किया जाता है, इस तकनीक ने न जाने कितने ही फूलों का जीवन  मुरझा दिया। कन्या भ्रूण हत्या की शिकार एक मासूम भ्रूण सबको चीख चीखकर कह रही हैं....



कन्या भ्रूण हत्या पर हिंदी कविता 

Female Foticide Hindi Poem

पूजा अर्चना कर देवी मां से वरदान है मांगते
इधर कोमल से बेटियों का घात है करते 
लोग होते हैं ये इंसानियत के नाम पर धब्बा 
ऐसे दानवो से मुझे बचाना मेरे रब्बा
क्यों दुनिया में आने से पहले मेरी दुनिया उजाड़ देते
 अपने ही जिगर के टुकड़े का गला घोट देते 
सुना है मैंने दयामय है भारतीय संस्कृति
फिर कैसे हो जाती है इनकी दानवभरी विकृति
तुम मेरी हत्या ऐसे ही करते रहोगे 
तो कल अपने बेटे के लिए बहू कहां से लाओगे
 मारकर मुझे तुम बच ना पाओगे
भगवान के घर जाकर क्या मुंह दिखाओगे
कानून ने भी दिया है मुझे जीने का अधिकार
मुझे मारने वालों का है धिक्कार धिक्कार धिक्कार। 

 भ्रूणहत्या से निजात तब ही मिलेगा जब हम नारी के महत्व को समझेंगे। नारी इस सृष्टि की  रचयिता है और उसके बिना यह जीवन अधूरा है। नारी का सम्मान करना मतलब हमारा सम्मान करना है, हमारे जीवन का सम्मान करना है। तो दोस्तों हम एक दूसरे से एक वादा करते हैं कि भ्रूण हत्या में अपना योगदान हम कभी देंगे नहीं।

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                      २] 'माँ' पर बनाई हिंदी कविता 
                      ३] पानी पर बनाई हिंदी कविता
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