मेरे सभी साधर्मी भाई-बहनों को मेरा जय जिनेंद्र। मनुष्य भव तब ही सार्थक होगा, जब हम दीक्षा लेकर छः काय जीवों को अभय दान देंगें। अभी हम में दीक्षा लेने की योग्यता नहीं है तो दीक्षार्थी भाई बहनों की अनुमोदना करके हम कर्म निर्जरा कर सकते हैं और दीक्षार्थी भाई बहनों की दिल से अनुमोदना करके भविष्य में कभी ना कभी हम भी दीक्षा लेंगे। अगर हमें मोक्ष जाना है तो संयम के बिना कोई भी तिर नहीं सकता। क्योंकि गृहस्थ जीवन में हम इतने पापों से नहीं बच सकते। चलिए, दीक्षार्थी बहन के दीक्षा की अनुमोदना करते हैं....
जैन दीक्षार्थी बहन के स्वागत/ जुलूस में कहने के लिए जयघोष नारे
Hindi Slogan for Diksharthi Bhai-Bahan
1) हम सब मिलकर गाएंगे, जुलूस की शान बढ़ायेंगे।
2) 1 2 3 4, दीक्षार्थी की जय जय कार ।
3) 5 6 7 8, निफाड में है दीक्षा का थाट।
4) 9 10 11 12, संयम का हैं अनोखा नजारा।
5) 13 14 15 16, सफल किया है मानव चोला।
6) 17 18 19 20, दीक्षार्थी बहनों को नमाये शीश।
7) 21 22 23 24, तीर्थंकर हैं हमारे 24।
8) दीक्षार्थी के मन के बोल,
संयम पथ हैं अनमोल।
9) पहनेंगी ये संयम बाना,
सार्थक हुवा जिनशासन में आना।
10) हाथों में होगा रजो हरण,
मिट जाएंगे जन्म-मरण ।
11) मुख्यवस्त्रीका मुख पर होगी,
अहिंसा का पालन करेगी।
12) आगम पुस्तिका होगी हाथ में,
शासन की शोभा बढ़ेगी साथ में।
13) छ:काया की रक्षा करेगी,
समिति गुप्ति का पालन करेगी।
14) पंचमहाव्रत का पालन करेगी,
आठ कर्मो का क्षय करेगी।
15) जिनशासन की शान हैं,
दीक्षार्थी बहन महान हैं।
16) दीक्षार्थी बहन कहां चली,
पापाचार मिटाने को।
17) वर्षों की भावना पूरी हुई,
नासिक नगरी पावन हुई।
18) चार चवन्नी चांदी की,
सारी दुनिया महावीर की।
19) दया धर्म की क्या पहचान ,
अहिंसावादी हो इंसान।
20) जैन धर्म का नारा है,
जीना सबको प्यारा है ।
21)अनेकता में एकता,
जैन धर्म की विशेषता।
22) सादा जीवन उच्च विचार,
महावीर का जय जयकार।
23)धर्म अंबर करे पुकार,
दीक्षार्थी की जय जय कार ।
24)सत्य हमें प्यारा है,
यही हमारा नारा है।
आशा हैं, दीक्षार्थी भाई बहन पर बनाए गए यह घोषनारे /
स्लोगन का संकलन आपको पसंद आया होगा। पूरे जी जान से दीक्षार्थी भाई बहन के
दीक्षा की अनुमोदना करें। अनंत कर्मों की निर्जरा में भागीदार बनें। जय
जिनेंद्र !
Very nice....
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